Bharat Ratna भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है यह कला ,साहित्य तथा विज्ञान या बड़े पैमाने पर जन सेवा में अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शख्सियत को दिया जाता है।
History of Bharat Ratna
Bharat Ratna’ का आरंभ 1954 में हुआ था। शुरुआत में मरणोपरांत का प्रावधान नहीं था, लेकिन 1955 से यह सम्मान मरणोपरांत भी प्रदान किया जाने लगा। इसके बाद, 14 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया।। जनता पार्टी द्वारा इस पुरस्कार को 1977 में बंद कर दिया गया था किन्तु कांग्रेस सरकार ने इसे 1980 में इसे फिर से शुरू कर दिया गया 1980 में फिर से शुरू होने पर सर्वप्रथम Mother टेरेसा को दिया गया और मरणोपरांत सर्वप्रथम लाल बहादुर शास्त्री को सम्मानित किया गया । श्री सत्य पाल आनंद ने राजीव गाँधी को मरणोपरांत सम्मान देने की प्रक्रिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक प्रत्येक वर्ष अधिकतम तीन लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है , परन्तु हर साल पुरस्कार दिया जाए ऐसा जरुरी नहीं |
Selection procedure of awarding Bharat Ratna
प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्तियों के नामों की सिफारिश की जाती हैं । और इसके बाद चयन समिति इन सिफारिशों का मूल्यांकन करती है, जिसमें प्रधानमंत्री, लोकसभा के वकील, लोकसभा में विपक्ष के नेता, भारत के मुख्य न्यायाधीश, और विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख लोगों शामिल होते हैं। भारत के राष्ट्रपति द्वारा नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में 26 january (Republic Day ) समारोह में प्रदान किया जाता है।भारत रत्न से सम्मानित शख्स को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सर्टिफिकेट और पदक से प्सम्मानित किया जाता है. कोई धनराशि नहीं दी जाती है।
Structure and design of Bharat Ratan
Bharat Ratna का डिज़ाइन एक अनूठी पहचान को दर्शाता है, जो हमारे देश की विविधता और एकता को सांगता है। इसके रंग, आकृति, और साकार विचारशीलता को प्रतिस्पर्धा से भरा हुआ है, जो हमारे समृद्धि के सफलतम पथ को दर्शाता है।
मेडल पीपल के पत्ते जैसा दिखता है जो शुद्ध तांबे का होता है। पत्ते के ऊपर ,सूर्य की प्लैटिनम छवि के निचे भारत रत्न लिखा होता है।
लंबाई = 5.8 सेमी
चौड़ाई = 4.7 सेमी
मोटाई = 3.1 मिमी होती है ।
भारत रत्न के दूसरे हिस्से यानी पीछे की तरफ अशोक स्तंभ के नीचे हिंदी में ‘सत्यमेव जयते’ लिखा होता है. भारत रत्न, कोलकाता टकसाल तैयार करता है. बहुत अनुभवी कारीगर द्वारा कई महीनों की मेहनत के बाद मेडल तैयार किया जाता हैं. डिजाइन में उत्कृष्टता के लिए यह काम टकसाल में अनुभवी शिल्पकारों को ही दिया जाता है। 1757 में स्थापित, कोलकाता टकसाल ने भारत के रत्न बनाए हैं। यहीं Padma vibhusan, Padma bhusan, पद्म श्री, परम वीर चक्र और अनेक नागरिक, सैन्य, खेल और पुलिस मेडल तैयार किए जाते हैं
First Recipient of Bharat Ratna Awards
पहला Bharat Ratna पुरस्कार वर्ष 1954 में politician C.Rajagopalachari, philosopher Sarvepalli Radhakrishnan, scientist CV Raman को प्रदान किया गया था
Youngest Recipient of Bharat Ratna Award
श्री सचिन तेन्दुलकर जी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं व सबसे कम उम्र मे Bharat Ratna प्राप्त करने वाले व्यक्ति थे जिन्हें यह पुरस्कार वर्ष 2014 में मिला था जब वह 40 वर्ष के थे। वह सर्वकालिक बेहतरीन भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं और उन्हें क्रिकेट के इतिहास में एक legend माना जाता है।
First singer to receive Bharat Ratna
सन् 1998 में श्रीमती एम एस सुब्बुलक्ष्मी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था सम्मान प्राप्त करने वाली पहली गायिका
List of Bharat Ratna award winners
Bharat Ratna पुरस्कार विजेताओं की सूची Bharat Ratna पुरस्कार 53 व्यक्तियों को मिला है । उन सभी लोगों की सूची, जिन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, समाज में उनके योगदान के साथ नीचे दिए गए है
year | Person | About |
---|---|---|
1954 | सी. राजगोपालाचारी | क्रियाशील, राजनीतिज्ञ और वकील |
1954 | सर्वपल्ली राधाकृष्णन | भारत के पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति |
1954 | सी. वी. रामन | भौतिकज्ञ, गणितज्ञ और वैज्ञानिक |
1955 | भगवान दास | क्रियाशील, दार्शनिक और शिक्षाविद् |
1955 | एम. विश्वेश्वरैया | सिविल इंजीनियर, राजनीतिज्ञ और मैसूर के दीवान |
1955 | जवाहरलाल नेहरू | क्रियाशील और लेखक, भारत के प्रधानमंत्री |
1957 | गोविंद बल्लभ पंत | क्रियाशील और उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री |
1958 | धोंडो केशव कर्वे | सामाजिक सुधारक और शिक्षाविद् |
1961 | बिधान चंद्र रॉय | राजनीतिज्ञ,चिकित्सक , शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता |
1961 | पुरुषोत्तम दास टंडन | क्रियाशील और संयुक्त प्रान्त विधान सभा के अध्यक्ष |
1962 | राजेन्द्र प्रसाद | राजनीतिज्ञ, और विद्वान |
1963 | जाकिर हुसैन | क्रियाशील, अर्थशास्त्री, और शिक्षा दार्शनिक, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष और बिहार के गवर्नर के रूप में सेवा की |
1963 | पांडुरंग वामन काने | भारतीय संस्कृत शोधकर्ता, पांच-खंडीय साहित्यिक कार्य के लिए प्रसिद्ध |
1966 | लाल बहादुर शास्त्री | क्रियाशील और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री (प्रथम मरणोपरान्त पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति) |
1971 | इंदिरा गांधी | भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री |
1975 | वी. वी. गिरी | ट्रेड यूनियनिस्ट |
1976 | के. कामराज | स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री (मरणोपरान्त) |
1980 | मदर टेरेसा | कैथोलिक नन और मिशनरीज ऑफ चैरिटी की संस्थापिका |
1983 | विनोबा भावे | क्रियाशील, समाज सुधारक और महात्मा गांधी के करीबी साथी (मरणोपरान्त) |
1987 | खान अब्दुल गफ्फार खान | पहला अजन, स्वतंत्रता सेनानी |
1988 | एम. जी. रमचंद्रन | अभिनेता से राजनीतिज्ञ, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री (मरणोपरान्त) |
1990 | बी.आर. आंबेडकर | समाज सुधारक और दलितों के नेता (मरणोपरान्त) |
1990 | नेल्सन मंडेला | साउथ अफ्रीका के अंति-अपार्थेड आंदोलन के नेता, साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति |
1991 | राजीव गांधी | भारत के नौवें प्रधानमंत्री, 1984 से 1989 तक सेवा की (मरणोपरान्त) |
1991 | वल्लभभाई पटेल | क्रियाशील और भारत के पहले उपप्रधानमंत्री (मरणोपरान्त) |
1991 | मोरारजी देसाई | क्रियाशील और भारत के प्रधानमंत्री |
1992 | अबुल कलाम आजाद | क्रियाशील और शिक्षा के मंत्री (मरणोपरान्त) |
1992 | जे.आर.डी. टाटा | उद्योगपति, धर्मोपकरणकर्ता और एविएशन पायनियर |
1992 | सत्यजित रे | निर्देशक, फिल्ममेकर, लेखक, उपन्यासकार |
1997 | गुलजारीलाल नंदा | क्रियाशील और अंतरिम प्रधानमंत्री |
1997 | अरुणा आसफ अली | क्रियाशील (मरणोपरान्त) |
1997 | ए.पी.जे. अब्दुल कलाम | एयरोस्पेस और रक्षा वैज्ञानिक |
1998 | एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी | कर्णाटिक शास्त्रीय गायक |
1998 | चिदंबरम सुब्रमणियम | क्रियाशील और भारत के कृषि मंत्री के पूर्व मंत्री |
1999 | जयप्रकाश नारायण | क्रियाशील और सामाजिक सुधारक (मरणोपरान्त) |
1999 | अमर्त्य सेन | अर्थशास्त्री |
1999 | गोपीनाथ बोरदोलोई | क्रियाशील (मरणोपरान्त) |
1999 | रवि शंकर | संगीतकार, सितार बजाने वाला |
2001 | लता मंगेशकर | गायिका |
2001 | बिस्मिल्लाह खान | हिंदुस्तानी शास्त्रीय शहनाई बजाने वाला |
2009 | भीमसेन जोशी | हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक |
2014 | सी. एन. आर. राव | रासायनिकज्ञ और प्रोफेसर, लेखक |
2014 | सचिन तेंदुलकर | क्रिकेटर |
2015 | मदन मोहन मालवीय | विद्वान और शैक्षिक सुधारक |
2015 | अटल बिहारी वाजपेयी | लोकसभा में नौ बार चुने गए, राज्यसभा में दो बार, और तीन कल से भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की (मरणोपरान्त) |
2019 | प्रणब मुखर्जी | भारतीय राजनीतिज्ञ, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता (मरणोपरान्त) |
2019 | नानाजी देशमुख | भारतीय समाज के लिए सामाजिक कार्यकर्ता (मरणोपरान्त) |
2019 | भूपेन हजारिका | भारतीय प्लेबैक सिंगर, गीतकार, संगीतकार, कवि, और असम से फिल्ममेकर |
2024 | (मरणोपरांत) करपूरी ठाकुर | एक प्रसिद्ध समाजवादी नेता और पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री |
Bharat Ratna 2024 winner list
वर्ष 2024 में भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति
- कपूरी ठाकुर
- लालकृष्ण आडवाणी
- चौधरी चरण सिंह
- पीवी नरसिम्हा राव
- एमएस स्वामीनाथन
हाल ही में बिहार के पूर्व CM Karpoori Thakur को मरणोपरांत 2024 का Bharat Ratna से समान्नित किया गया यह सम्मान उनको उनकी 100 वि जयंती पर देना का निश्चय किया गया इन्होने अपने जीवन के दौरान सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस से पहले भी उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार से नवाजा गया था। करपूरी ठाकुर ने बिहार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कई कदम उठाए और उनके नेतृत्व में राज्य में विकास की दिशा में कई पहल की। उनके सामाजिक और आर्थिक सुधार के प्रति उनकी समर्पणशीलता के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। उनकी मृत्यु के बाद, उन्हें भारत सरकार ने इस उच्च सम्मान से सम्मानित किया गया।
कर्पूरी ठाकुर
- जन्म : 24 जनवरी 1924
- जन्म स्थान समस्तीपुर के पितौंझिया ( अब करपुरीग्राम )
- पहली बार विधानसभा के चुनाव जीते वर्ष :1952 में (ताजपुर निर्वाचन क्षेत्र से सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर)
- बिहार में एक बार (मार्च 1967 से जनवरी 1968 तक) उपमुख्यमंत्री पद पर रहे।
- बिहार के मुख्यमंत्री रहे दूसरी बार (दिसंबर 1970 से जून 1971 तक जून 1977 से अप्रैल 1979 तक)
- प्रचलित नाम : जननायक
- मृत्यु : 17 फरवरी 1988 कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न से सम्मानित होने वाले 49वें व्यक्ति होंगे
- कर्पूरी ठाकुर से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण बिंदु
- कपुरी ठाकुर को भारत छोड़ो आंदोलन में भागीदारी के लिए 26 माह की जेल हुई
- वह भारत में अपने गांव में एक शिक्षक के रूप में काम किया
- उन्होंने सोशलिस्ट पार्टी का प्रतिनिधित्व किया
- बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बनने से पहले कर्पूरी ठाकुर ने राज्य के शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया शिक्षा मंत्री के रूप में वह मैट्रिक में अंग्रेजी को अनिवार्य विषय से हटा दिया
- वह राज्य के मुख्यमंत्री बने तो शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया
- मुख्यमंत्री के तौर पर वह बिहार के में सरकारी नौकरी में पिछड़े वर्ग के लिए 26 प्रतिशत आरक्षण की शुरुआत की
- 5 करोड़ से कम जोत तक मालगुजारी खत्म कर दी
- जिन खेतों से किसानों को कोई मुनाफा नहीं होता था उन खेतों में मालगुजारी खत्म कर दी गई
- कर्पूरी ठाकुर ने उर्दू को राज्य की दूसरी राजभाषा के रूप में मान्यता देने का कार्य किया
चौधरी चरण सिंह
- जन्म : 23 दिसंबर 1902 (हापुड मेरठ )
- मृत्यु: 29 में 1987
- संबंधित पार्टी : जनता पार्टी
- प्रधानमंत्री रहे : वर्ष 1979 से 1980
- चौधरी चरण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे :1967 से 1968 तक
- केंद्रीय गृहमंत्री रहे वर्ष 1977 से 1978 तक
- केंद्र वित्त मंत्री रहे जनवरी 1979 से जुलाई 1979 तक
- किसान दिवस : 23 दिसंबर (चौधरी चरण सिंह की जयंती
पामुला पार्थी (पी.वी) नरसिम्हा राव
- जन्म: 28 जून 1921 (वर्तमान तेलंगाना)
- मृत्यु : 23 दिसंबर 2004
- संबंधित पार्टी : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- 1991 से 1996 तक प्रधानमंत्री पद पर रहे।
- रक्षा मंत्री रहे दिसंबर 1987 से दिसंबर 1987 एवं मार्च 1993 से मैं 1996 विदेश मंत्री रहे 1980 1984 1988 1989 1992 1994 गृह मंत्री रहे जुलाई 1984 से दिसंबर 1984 मार्च 1986 से में
- जुलाई 1984 से दिसंबर 1984 मार्च 1986 से मैं 1986
मनकोंबू संबसिवन (ऍम एस ) स्वामीनाथन
- जन्म: तंजपुर तमिल नाडु में 7 अगस्त 1925 को हुआ।
- मृत्यु : 28 सितंबर 2023
- राज्यसभा के सदस्य रहे : वर्ष 2007 से 2013 तक
- एम। एस स्वामीनाथन : भारत में हरित क्रांति के जनक कहे जाते है
- प्रदत्त पुरस्कार ; शांति स्वरूप ,भटनागर पुरस्कार (1961), रमन मैगसे पुरस्कार (1971), अल्बर्ट आइंस्टीन विश्व विज्ञान पुरस्कार (1986), पदम श्री (1967), पद्म भूषण (1972) और पद्म विभूषण (1986)
लालकृष्ण आडवाणी
- जन्म : 8 नवंबर 1927
- जन्म स्थान : कराची ,पाकिस्तान
- RSS जुड़े वर्ष 1942 में (स्वयं सेवक के रूप ) में विभाजन के दौरान भारत आए 12 सितंबर 1947 से
- वर्ष 1973 से 1977 तक जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रहे।
- राज्यसभा के सदस्य रहे चार बार 1(970 से 1989)
- लोकसभा के सदस्य रहे सात बार ( दिल्ली से पहली बार 1989 में एवं 1991, 1998 ,1999, 2004, 2009 और 2014 में गुजरात के गांधीनगर सीट से )
- उप प्रधानमंत्री रहे 2002 से 2004 तक (अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में )
- गृहमंत्री रहे वर्ष 1999 से 2004 तक
- सूचना प्रसारण मंत्री रहे 1977 से 1979 तक मोरारजी देसाई की सरकार में
- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे वर्ष 1986 से 1990 1993 1998 और 2004 2005 तक
- पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया: 2015 में रथ यात्रा निकाली गई, 25 सितंबर 1990 को गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या तक। उसी के एक दिन बाद लाल कृष्णा आडवाणी 26 अक्टूबर 1990 को बिहार के समस्तीपुर में को गिरफ्तार किया गया।
Note: संविधान के अनुच्छेद 18(1) के अनुसार, पुरस्कार का उपयोग प्राप्तकर्ता के नाम के आगे या नहीं किया जा सकता है। यदि आवश्यक हो, तो वह यह दर्शाने के लिए कि वह पुरस्कार का प्राप्तकर्ता है, अपने बायोडाटा/लेटरहेड/विजिटिंग कार्ड आदि में निम्नलिखित अभिव्यक्ति का उपयोग कर सकता है
क्या भारत रत्न पुरस्कार गैर-नागरिकों को भी प्रदान किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, खान अब्दुल गफ्फार खान ने भारत रत्न प्राप्त करने वाले पहले गैर-नागरिक बने थे, जो पाकिस्तान से स्वतंत्रता सेनानी थे।
भारत रत्न पुरस्कार का सबसे वृद्ध प्राप्तकर्ता कौन है?
उत्तर: धन्दो केशव कर्वे भारत रत्न का सबसे वृद्ध प्राप्तकर्ता है, उन्हें 1958 में उनके 100वें जन्मदिन पर यह पुरस्कार प्रदान किया गया था।
2019 में भारत रत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ता कौन-कौन थे?
उत्तर: 2019 में पुरस्कृत होने वाले व्यक्तियों में नानाजी देशमुख, प्रणब मुखर्जी, और भूपेन हजारिका शामिल थे, जिन्हें सामाजिक कार्य, राजनीति, और संगीत क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
अ
साल में भारत रत्न पुरस्कार कितने व्यक्तियों को दिया जा सकता है?
उत्तर: एक साल में अधिकतम तीन भारत रत्न पुरस्कार व्यक्तियों को प्रदान किए जा सकते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी असाधारण सेवा का प्रदर्शन करते हैं।
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