Intellectual property Rights | MP में बौद्धिक सम्पदा अधिकारों की प्रगति

बौद्धिक संपदा अधिकार क्या है ? what is intellectual property in Hindi ?

व्यक्ति या संस्था जो किसी रचना, संगीत, साहित्य, कला, डिजाइन, आदि को सुरक्षित रखती है, उसे उनकी बौद्धिक संपदा कहा जाता है। इन कृतियों पर जो अधिकार होते हैं, उन्हें बौद्धिक संपदा अधिकार कहा जाता है। बौद्धिक संपदा का मतलब है उन्हें जो बौद्धिक सृजन से उत्पन्न होती हैं, जैसे आविष्कार, साहित्यिक और कलात्मक कार्य, डिजाइन, और उनके व्यावसायिक उपयोग के लिए प्रतीक, नाम, और चित्र।

बौद्धिक संपदा अधिकार ऐसे अधिकारी जो व्यक्तियों को उनके बौद्धिक सृजन जैसे -पेटेंट, ट्रेडमार्क या कॉपीराइट के माध्यम से अपने स्वयं के कार्य अथवा निवेश के लिए लाभ उठाने की अनुमति प्रदान करते हैं |

बौद्धिक संपदा अधिकार  के प्रकार ? (what are the different types of intellectual property in Hindi?)

  1. पेटेंट 
  2. ट्रेडमार्क
  3. भौगोलिक संकेतक (GI TAG )
  4. कॉपीराइट
  5. औद्योगिक डिजाइन
  6. पादप किस्म का संरक्षण
intellectual property in hindi

पेटेंट

यहां नवीन उत्पाद अथवा प्रक्रिया से जुड़े आविष्कार के लिए दिया जाता है ,जो औद्योगिक उपयोग के  मानदंडों को पूरा करता है |

ट्रेडमार्क

 किसी एक उत्पाद या सेवा को अन्य उत्पाद या सेवा में से पृथक करने वाले चिन्ह, डिजाइन या अभिव्यक्ति ट्रेडमार्क कहे जाते हैं |

कॉपीराइट

यह साहित्यिक ,नाटकीय  संगीतात्मक  और कलात्मक कृतियां तथा सिनेमाटोग्राफी  फिल्मो और  साउंड रिकॉर्डिंग आदि के निर्माता के लिए एक विधिक अधिकार है

औद्योगिक डिजाइन

एक औद्योगिक डिजाइन में एक आकार  का निर्माण ,पैटर्न या रंग का विन्यास या संयोजन अथवा  त्रि आयामी 3D रूप में पैटर्न और रंग का संयोजन सम्मिलित है ,जो सौंदर्यात्मक मूल्य से युक्त होता है

पादप किस्म का संरक्षण

यह पौधे की किस्म के लिए प्रदत्त सुरक्षा को सुनिश्चित करता है यह अधिकार पौधों को नई किस्मो  के विकास के प्रोत्साहन हेतु कृषको और पादपो प्रजनन को प्रदान किए जाते हैं

बौद्धिक संपदा अधिकार की विश्व में शुरुआत (The beginning of intellectual property rights in the world)

  •  पेरिश कन्वेंशन (1883)  विश्व में सर्वप्रथम IPR  के महत्व को परिस कन्वेंशन में पहचान गया
  • पेरिश कन्वेंशन (1883) औद्योगिक संपत्ति की सुरक्षा से संबंधित है ,इसमें केवल पेटेंट और ट्रेडमार्क शामिल है।
  • बर्न कन्वेंशन (1886) इसके तहत साहित्यिक और कलात्मक कार्यों के संरक्षण का प्रावधान किया गया। इसमें कॉपीराइट प्रणाली प्रदान की गयी ।
  • दोनों पेरिस और बर्न कन्वेंशन विश्व औद्योगिक संपदा संरक्षण (WIPO ) द्वारा प्रशासित है ।
  • बौद्धिक संपदा अधिकार का उल्लेख मानव अधिकार के सार्वजनिक घोषणा पत्र के अनुच्छेद 27 में है।

अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा संगठन {(WIPO ) world intellectual property organization}

  • संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशिष्ट संस्था है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में कार्य कर रही है |  इसकी स्थापना 1967 में हुई और इसका परिचालन 1917 में शुरू हुआ
  • WIPO का पूर्व में फ्रेंच BIRPI (Breaux for the Protection of Intellectual Property ) जाना जाता था मुख्यालय शुरू में बर्न स्विट्जरलैंड में था जिसे 1960 में जेनिवा ( स्विट्जरलैंड) में स्थानांतरित किया गया वर्तमान में 193 सदस्य देश है। 
  • भारत 1975 में इसका सदस्य बना।

WTO  का ट्रिप्स समझौता, 1994 (यह समझौता 1 जनवरी 1995 से लागू हुआ)

  •  बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार संबंधित पहलुओं पर समझौता (TRIPS ), विश्व व्यापार संगठन के सभी सदस्यों देश के बीच एक अंतरराष्ट्रीय कानूनी समझौता है
  • 1989 और 1990 के बीच, TRIPS पर और GATT पर व्यापार और टैरिफ के मुद्दों पर चर्चा हुई। सामान्य समझौते के 8वें चक्र, जो उरुग्वे वार्ता के नतीजे में आया, में निर्धारित किया गया।
  • यह WTO के अन्य सदस्य देशों के नागरिकों के लिए विभिन्न रूपों में बौद्धिक संपदा के लागूता को राष्ट्रीय सरकारों द्वारा विनियमन के लिए न्यूनतम मानकों के स्थापना में मदद करता है।
  • बुडापेस्ट कन्वेंशन, 1977 – पैटर्न प्रक्रिया के प्रयोजनों के लिए सूक्ष्मजीवों के जमात की अंतरराष्ट्रीय मान्यता पर बुडापेस्ट संधि 28 अप्रैल को बुडापेस्ट हंगरी में हुए ।
  • यह 19 अगस्त 1980 को लागू हुई

भारत में बौद्धिक संपदा के अधिकारों का इतिहास (History of Intellectual Property Rights in India)

  •  भारत में बौद्धिक संपदा का पहला मामला 1856 में प्रकाश में तब आया जब जॉर्ज अल्फ्रेड डे पेनिंग ने अपना पेटेंट हेतु प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया बाद में उन्हें प्रदान किया गया।
  • पेटेंट भारत के बौद्धिक संपदा के अधिकार के अंतर्गत प्रथम पेटेंट के रूप में जाना गया।
  • प्रतिलीप्याधिकारी  (copyright ) का इतिहास भारत में सर्वाधिक पुराना है जो की ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान 1847 में लागू हुआ।
  • वर्ष 1914 में भारतीय संसद में नया कॉपीराइट एक्ट पास हुआ जो कि ब्रिटेन के 1911 के कॉपीराइट एक्ट के लगभग अनुरूप था
  • इसके पश्चात स्वतंत्र भारत में 1958 में नया कॉपीराइट एक्ट लागू किया गया

भारत में पेटेंट कानून। (patent law in India)

  •  भारत में सन 1856 में पेटेंट अधिकार पास हुआ जो की 1883 में संशोधित किया गया।
  • इसके बाद 1911 में भारतीय पेटेंट एवं डिजाइन एक्ट ने इसका स्थान लिया
  • 1911 में भारतीय पेटेंट एवं डिजाइन एक्ट को 1920 ,1930 एवं 1945 में पुनः  संशोधित किया गया
  • स्वतंत्रता पश्चात भारत सरकार ने 1949 में लाहौर हाई कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश डॉक्टर बक्शी टेकचंद की अध्यक्षता में पेटेंट अधिनियम की समीक्षा हेतु एक समिति बनाई।
  • भारत में ट्रेडमार्क पर वर्ष 1940 के पूर्व तक कोई भी औपचारिक कानून नहीं था
  • 1970 पेटेंट अधिनियम 20 अप्रैल 1972 को लागू हुआ
  • 1970 के अधिनियम में कई बार संशोधन हुए – जैसे पेटेंट नियम संशोधन 2003, पेटेंट नियम संशोधन 2005 और पेटेंट नियम (संशोधन) 2006
  • भारत सरकार द्वारा 12 में 2016 को राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति को मंजूरी दी गई
  • इस नीति (राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार नीति 2016 )का नारा है – रचनात्मक भारत, अभिनव भारत
  • पेटेंट नियम संशोधन 2020 को 4 नवंबर 2020 को लागू किया गया।
  • 25 जनवरी 1921 को अधिसूचित डिजाइन नियमों में संशोधन का उद्देश्य तेजी से प्रसंस्करण को समर्थन सक्षम करना और आवेदक की नई श्रेणी स्टार्टअप को भी प्रस्तुत किया गया|
  • कोप्यवरिटे एक्ट १९५७ उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रबंधित (1983 ,1984 1994 1999 में संशोधन )
  • पेटेंट एक्ट 1970
  • डिज़ाइन एक्ट 2000
  • ट्रीड मार्क एक्ट 1999
  • जियोओग्रफिकल इन्डेशन ऑफ़ गुड्स रजिस्ट्रेशन एंड प्रोटेक्शन एक्ट ,1999
  • semi conductor integrated circuit layout Design act 2000
  • company अधिनियम ,2022
  • 2020-21 के दौरान भारत में सर्वाधिक पेटेंट दायर करने वाले शीर्ष राज्य प्रथम स्थान महाराष्ट्र (4214), द्वितीय स्थान पर तमिलनाडु (3945) और तृतीया  स्थान पर कर्नाटक (2784) है
  • मध्य प्रदेश में 2017-2018  में पेटेंट फाइल करने की संख्या 190 थी ,जो 2020-21 में 398 हो गई है
  • इस अवधि के दौरान 109.47 की वृद्धि हुई है|
  • मध्य प्रदेश ने अपनी पेटेंट फाइल फीलिंग दर में बड़ा सुधार किया है, जो राष्ट्रीय वृद्धि दर में 87.22 प्रति से अधिक है |
  • भारत में दायर किए गए डिजाइनों की संख्या 2017 2018 में 11838 से 20.29 प्रति बढ़कर 2020-21 में 14241 हो गई |
  • जबकि 2017-18 में मध्य प्रदेश में 61 से बढ़कर 2020-21 में 214 हो गई इसमें 250.82 प्रति की वृद्धि हुई है
  • इससे स्पष्ट होता है कि मध्य प्रदेश में डिजाइन तैयार करने की संख्या में व्यापक सुधार किया है और यह राष्ट्रीय वृद्धि दर की तुलना में 230.59 प्रति अधिक है |
Year Patents filed(India)Patents filed (Madhya Pradesh)Designs Filed (India)Designs Filed (Madhya Pradesh)
2017-18478541901183861
2018-1950659194886462
2019-20562672859706127
2020-215850339814241214
NOTE : MPCST द्वारा भारतीय पेटेंट कार्यालय भारत सरकार के आकड़ो पर आधारित ( intellectual property in Hindi)

(WIPO ) द्वारा प्रकाशित सूचकांक (Index published by WIPO)

  • वैश्विक नवाचार सूचकांक ग्लोबल इन्नोवेशन इंडेक्स 2022 में 132 देश में भारत का स्थान 40 वा  है
  •  INDIAN INOVATION INDEX 2021 नीति आयोग द्वारा जारी 17 प्रमुख राज्यों में मध्य प्रदेश का 13 स्थान पर है
  • मध्य प्रदेश का स्कोर 74 था |
  • प्रथम स्थान कर्नाटक, द्वितीय तेलंगाना और तीसरा हरियाणा |
  • GI TAG  भारत का प्रथम उत्पाद जिस GI TAG मिला दार्जिलिंग चाय 2004 |
  • वर्तमान में भारत में 400 से अधिक उत्पादों को गी टैग मिल चुका है |
  • देश में सर्वाधिक GI TAG वाला राज्य कर्नाटक है( 42) |
  • मध्य प्रदेश में अब तक कुल 19 उत्पादों को GI TAG मिल चुका है |
  • दो उत्पादों द्वारा पर मध्य प्रदेश को संयुक्त रूप से GI TAG मिल चुका है | नागपुर संतरा में मध्य प्रदेश को महाराष्ट्र के साथ, महोबादेसावरी पान  में मध्य प्रदेश को उत्तर प्रदेश के साथ संयुक्त मध्य प्रदेश का पहला जी टैग चंदेरी साड़ी 2005 2006 में मिला था |
  • इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी फैसिलिटेशन सेंटर इंदौर में स्थित है |
  • 26 अप्रैल विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के रूप में मनाया जाता है
  • राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (NIPAM ) 8 दिसंबर 2021 को शुरू हुआ |
  • नोडल एजेंसी औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (वाणिज्य मंत्रालय) |

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